Table of Contents
- Basic Accounting Terminology in Hindi – लेखांकन सब्दावली
- Business ( व्यवसाय ) – Accounting Terminology
- Capital ( पूंजी )
- Drawing
- Proprietor
- Goods
- Assets
- Fixed Assets (अस्थाई संपत्ति)
- Current Assets (चालू संपत्ति) –
- Tangible & Intangible Assets in Hindi – संपत्ति मूर्त या अमूर्त हो सकती है.
- Tangible Assets (मूर्त संपत्ति) -Basic Accounting Terminology in Hindi
- Intangible Assets (अमूर्त संपत्ति) -Basic Accounting Terminology in Hindi
- Revenue -:
- Income
- Expense
- Payable
- Purchase
- Sales
- Gross Profit (सकल लाभ )
- Gross Loss
- Net Profit
- Net Loss
Basic Accounting Terminology in Hindi – लेखांकन सब्दावली
Accounting Terminology – लेखांकन सब्दावली : लेखांकन और वित्तीय विवरणों में इस्तेमाल होने वाले शब्दों का एक संग्रह है. जिनका इस्तेमाल अक्शर बिज़नस में किया जाता है. अगर हम एक बिज़नस करते हैं या किसी कंपनी में काम करते हैं तो हमें एकाउंटिंग के बेसिक term पता होना चाहिए. ताकि हम सामने वाले को समझा सकें और सामने वाले की बात समझ सकें.
अगर हमें Basic Accounting Term नहीं पता होगा तो हम न तो किसी की बात सही से समझ सकते हैं ना हीं किसी को हम अपनी बात अच्छे से समझा सकते हैं. इसलिए Business करने वाले या Business में काम करने वाले को Accounting के Basic Term पता होना चाहिए .
अगर आप Accounting के student हैं या Tally सीख कर जॉब करना चाहते हैं तो आपको अवश्य रूप से Accounting के सभी Important Term पता होना चाहिए.
तो चलिए हम Basic Accounting Term सीखते हैं -:
Business ( व्यवसाय ) – Accounting Terminology
Business ( व्यवसाय ) -: वैसा काम जो लाभ कमाने के उद्देश्य से किया जाता है उसे ही इंग्लिश में Business, हिंदी में व्यवसाय और उर्दू में कारोबार कहा जाता है.
Capital ( पूंजी )
Capital ( पूंजी ) -: उस धनराशि को पूंजी अर्थात Capital कहा जाता हैं जिसे Business (व्यवसाय ) का Owner व्यवसाय में invest करते हैं.
Drawing
Drawing -: Business का owner अर्थात व्यवसाय का मालिक अपने व्यक्तिगत खर्चे के लिए जो धन राशि व्यवसाय से लिया जाता है या निकाला जाता है उसे ही हम Drawings कहते हैं. जैसे – Business Owner द्वारा Business से निकाला गया अपने बच्चे के स्कूल फीस भरने के लिए या घर के खाने पीने के चीज के लिए ये सभी ड्राइंग कहलायेगा क्योंकि ये बिजनेस का खर्च नहीं है बल्कि owner का पर्सनल खर्च है.
Proprietor
Proprietor -: प्रोप्राइटरशिप फ़र्म एक तरह का व्यावसायिक संगठन होता है, जिसका स्वामित्व और संचालन एक ही व्यक्ति करता है. इसे एकमात्र प्रोप्राइटरशिप या एकमात्र व्यापारी के नाम से भी जाना जाता है.
Proprietor किसी चीज पर अकेले अधिकार या हक़ रखने वाला व्यक्ति होता है. भारत में यह Business model का सबसे आम और सरल रूप है.
इसे हिंदी में मालिक या स्वामी कहा जाता है. आपने देखा होगा कि लोग अपने दुकान के बाहर Proprietor का short form प्रो (Pro) का use करके लोग अपना नाम लिखते हैं जिनसे की लोगों को दुकान के मालिक का नाम पता चलता है. जैसे Pro Md Wasim Alam यहाँ आप Pro का मतलब Professor समझने का गलती बिल्कुल भी ना करें.
Goods
Goods -: वैसा सामान जो बेचने के लिए हो या ख़रीदा गया हो उसे हम Goods यानी माल या सामान कहते हैं.
Assets
Assets -: वैसा सामान या संपत्ति जिनका इस्तेमाल व्यवसाय संचालन अथवा आय उपार्जन अर्थात Income कमाने के लिए किया जाता हो उसे ही हम Assets कहते हैं. जैसे – लैंड ( Land ), बिल्डिंग ( Building ), मशीन ( Machine ), कंप्यूटर (Computer ), एल.ई.डी ( LED ), फेन (Fan), टेबल (Table ), कुर्सी ( Chair ), आदि
Fixed Assets (अस्थाई संपत्ति)
Fixed Assets (अस्थाई संपत्ति) -: Fixed Assets वे संपत्ति होते हैं जिनका इस्तेमाल Long Term के लिए किया जाता है. जैसे- लैंड, बिल्डिंग, मशीन, फर्नीचर, लैपटॉप, टीवी, फेन, एयर कंडीशन
Current Assets (चालू संपत्ति) –
Current Assets (चालू संपत्ति) -: Current Assets वे संपत्ति होते हैं जिनका इस्तेमाल Short Term के लिए किया जाता है. वैसा संपत्ति जिनको एक साल के भीतर नकदी यानी कैश में बदला जा सकता है use ही हम Current Assets कहते हैं. जैसे- Cash and Cash Equivalents, Marketable Securities, Accounts Receivable, Inventory, Prepaid Liabilities/Expenses, Other Short-Term, Investments
Tangible & Intangible Assets in Hindi – संपत्ति मूर्त या अमूर्त हो सकती है.
Tangible Assets (मूर्त संपत्ति) -Basic Accounting Terminology in Hindi
Tangible Assets (मूर्त संपत्ति) -का एक भौतिक रूप होता है उसे ही हम Tangible Assets कहते हैं. जैसे – Land भूमि, मकान, Machine मशीन, Furniture (फर्नीचर), Chair (कुर्सी), Table (टेबल), TV (टीवी), Fridge (फ्रिज), आदि
Intangible Assets (अमूर्त संपत्ति) -Basic Accounting Terminology in Hindi
Intangible Assets (अमूर्त संपत्ति) -: वैसा संपत्ति जिनको हम देख या छू नहीं सकते हैं जिनका एक भौतिक अस्तित्व नहीं होता है उसे ही हम Intangible Assets कहते हैं. जैसे – Patient, Goodwill, Trade Mark, Copyright आदि
Liabilities (देनदारी) -: Liabilities किसी व्यक्ति या कंपनी का बकाया होता है जो की pay करना होता है.
आमतौर पर कंपनियां अपने दायित्वों को दो समूहों में बांटती हैं: दीर्घकालिक और अल्पकालिक. ये दोनों तरह की देनदारियां कंपनी की बैलेंस शीट पर दिखती हैं. बैलेंस शीट एक Financial Report होती है जो रिपोर्ट Financial year के अंत में कंपनी के Financial Position को दिखाती है.
Liabilities दो प्रकार के होते हैं.
- Current Liabilities -: Current Liabilities अल्पकालिक होता है जिन्हें एक साल के अन्दर payment करना होता है.
- Long term Liabilities -: Long term Liabilities दीर्घकालिक होता है जिन्हें एक साल के बाद payment करना होता है.
Revenue -:
Revenue -: जब एक Business अपनी Goods और Services बेचता (sales) है उसके बाद जो amount प्राप्त होता है उसे ही Revenue कहा जाता है.
राजस्व के प्रमुख स्रोत
स्रोत :
- उत्पाद बिक्री से राजस्व: वस्त्र(cloth), इलेक्ट्रॉनिक्स (, या अन्य उत्पादों की बिक्री से प्राप्त राशि।
- सेवा से राजस्व: सेवाएं प्रदान करने से प्राप्त राशि, जैसे कि परामर्श सेवाएं, चिकित्सा सेवाएं, या शैक्षिक सेवाएं।
- लाइसेंस शुल्क और रॉयल्टी: उपयोग के अधिकार के लिए भुगतान की गई राशि।
- किराए से राजस्व: संपत्तियों या अन्य संसाधनों को किराए पर देने से प्राप्त राशि।
Income
Income
Expense
Expense -:
Reciveable -: Receivable Account एक Current Assets Account होता है. Receivable Account का मतलब होता है की Company पैसा receive करने वाली है.
Payable
Payable -: Payable Account एक Current Liabilities Account होता है. Payable Account का मतलब होता है की Company को पैसा Pay करना है.
Purchase
Purchase -: जब एक व्यापारी व्यापार के लिए माल खरीदता है तो उसे हम क्रय यानी Purchase कहते हैं.
Sales
Sales -: व्यापार में व्यापारी द्वारा बेचे गए माल को हम sales कहते हैं. Sales दो प्रकार के होते हैं. Sales दो प्रकार के होते हैं. Cash Sale (नगद विक्री) और Credit Sale (उधार विक्री)
Cash Sales (नगद विक्री)
Cash Sales (नगद विक्री) -: वैसा sale जो नगद हो यानी जिनमें sale के टाइम हीं Cash pay किया जाता है.
Credit Sales (उधार विक्री)
Credit Sales (उधार विक्री) -: वैसा sale जो उधार हो यानी sale के टाइम purchaser cash pay नहीं करते है. बल्के एक तय सुदा समय पर कैश pay किया जाता है.
Gross Profit (सकल लाभ )
Gross Profit -: Gross Profit (सकल लाभ ) वह लाभ होता है जो एक व्यवसाय अपनी लागत और उत्पादों को बनाने और बेचने में खर्चे या सेवा प्रदान करने में किए गए खर्चों में कटौती करने के बाद बनता है. सकल लाभ की गणना राजस्व से बेची गई वस्तुओं की लागत (COGS) घटा कर की जाती है. Gross Profit को Gross Income या Sales Profit भी कहा जाता है.
Gross Profit Formula -ग्रॉस प्रॉफिट फार्मूला
Gross profit = Total Revenue – COGS (cost of goods sold)
Gross Profit in English
Gross income is the total earnings of an individual or an entity before subtracting any taxes, expenses, or deductions.
Gross Loss
Gross Loss -: जब बिके हुए माल की लगत ज्यादा हो और विक्रय से मिलने वाली आय कम हो, तो दोनों के अंतर को सकल हानि (Gross Loss ) कहते हैं. Gross Profit और Gross Loss की जानकारी P&L A/c (Profit & Loss Account) में दर्ज किया जाता है.
Net Profit
Net Profit -: नेट प्रॉफिट या सुद्ध लाभ किसी कंपनी के राजस्व से खर्च घटाने के बाद बचे हुए रूपये को नेट प्रॉफिट कहते हैं. इसे बॉटम लाइन, नेट अर्निंग या नेट इनकम भी कहा जाता है. Net Profit यह बताता है की कंपनी लाभ कमाने या फाइनेंशियल स्थिरता बनाए रखने में कितनी अच्छी है. Financial Reporting में Net Profit को आमतौर पर कंपनी के Balance Sheet के नीचे दिखाया जाता है.
Net Income in English
Net income refers to the amount leftover after subtracting all the deductions and expenses.
Net Profit Calculate करने का फार्मूला –
Net Profit = Total Revenue – Total Expense
Net Loss
Net Loss -: Net Loss अकाउंटिंग का एक term है. जिनका मतलब होता है नकारात्मक लाभ. हालाँकि, तकनीकी रूप से नकारात्मक लाभ नहीं होता है, क्योंकि लाभ का मतलब आमदनी (मूल्य) में बढ़ोतरी होता है.
सुद्ध घाटा तब होता है जब Total Expense व्यवसाय, परियोजना, लेन देन या निवेश से उत्पन्न कुल आय या राजस्व से अधिक हो.